विभाग का प्रारम्भ - संस्कृत-हिन्दी विभाग का प्रारम्भ सन् 1955 ई0 में सम्मिलित रूप् में हुआ। किन्तु कलकत्ता विश्वविद्यालय से मान्यता मिलने के बाद इण्टरमीडिएट स्तर पर संस्कृत की पढ़ाई सन् 1899 में तथा स्नातक(बी0ए0) स्तर की पढ़ाई सन् 1904 में ही प्रारम्भ हो गयी थी।
संस्कृत-हिन्दी विभागाध्यक्षों की सूची:-
1. प्रो0 परमेश्वर प्रसाद मिश्रा - 1955-1957
2. प्रो0 बद्रीदत्त शास्त्री - 1957-1973
3. डाॅ0 रामचन्द्र प्रसाद सिन्हा - 1973- 30.06.1983
संस्कृत-विभाग स्वतंत्र रूप में
राँची विश्वविद्यालय से संस्कृत प्रतिष्ठा को मान्यता मिलने के बाद हिन्दी विभाग से पृथक् होकर संस्कृत-विभाग 01.07.1983 ई0 में स्वतंत्र रूप से अस्तित्व में आया। इसके संस्थापक स्व. बी0 के0 मिश्रा थें। बी0 ए0 प्रतिष्ठा एवं बी0 ए0 पासकोर्स दोनों का पाठ्यक्रम उस समय आरम्भ हुआ।
संस्कृत विभागाध्यक्षों की सूची:-
1. डाॅ0 बी0 के0 मिश्रा - 01.07.1983 - 10.02.2004
2. डाॅ0 मदन मोहन पाठक - 11.02.2004 - 10.03.2008
3. डाॅ0 नकुल पाण्डेय - 01.04.2008 - 09.01.2004
4. डाॅ0 नकुल पाण्डेय - 01.09.2014 -
प्राध्यापकों की सूची ( प्रारम्भ से )
डाॅ0 बी0 के0 मिश्रा
डाॅ0 रामलक्ष्मण मिश्रा
डाॅ0 मदन मोहन पाठक
डाॅ0 नकुल पाण्डेय
श्रीमति नृपांशु लता (अनुबंधित सहायक प्राध्यापिका)
श्री सुबोध कुमार साहु (अनुबंधित सहायक प्राध्यापक)